गुरुवार, 7 मई 2009

चुनाव और चुभती जलती गर्मी

लोकसभा चुनाव के तीन चरण का मतदान समाप्त हो चुका है और आज चौथे चरण का मतदान होनेवाला है। प्रथम चरण में चिलचिलाती धूप में भी लोगों ने जिस तरह मतदान किया है उसे देख राजनीतिक विशेषज्ञ भी दंग रह गये है। इन पंद्रह दिनों में भारत के लोगों ने अपने अधिकारों के प्रति सजाग होकर मतदान किया है।
अभी देश में सख्त गर्मी है और दिन-ब-दिन इसका प्रमाण बढता ही जा रहा है। उड़ीसा में गर्मी का तापमान बढा है और गरमी के कारण मृत्युदर भी बढ रहा है। सिर्फ उड़ीसा ही नहीं उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों की यही स्थिति है। बावजूद इसके लोगों ने जिस तरह मतदान किया है वह वाकई काबिलेतारीफ है। ऐसी चिलचिलाती धूप में भी 55 से 60 प्रतिशत मतदान हुआ यह बहुत अच्छी बात है और मुझे अपने देशवासियों पर नाज है।
समग्र देश में राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारकों की सभाओं में जनसैलाब उमड रहा है इसके अलावा टीवी पर भी लोगों की राजनीति में दिलचस्पी बढ रही है जो आश्चर्य की बात है। टीवी पर चुनावी चर्चा और समाचार सुपरहिट साबित हो रहे है। टीवी पर अधिकांश पोलिटिकल टोक-शो सुपरहिट होते है। चुनाव के संदर्भ में ब्लॉग जगत में भी तेजी आई है।
मतदान का दूसरा कारण यह है कि इसबार का चुनावी प्रचार होट रहा है और राजनीतिज्ञों ने जिस तरह बेलगाम फटकेबाजी की है उस पर लोग फिदा हुए है। अफरातफरी ही जनता को आकर्षित करती है। इसबार लोगों को चुनाव में दिलचस्पी जगाने के लिए एक कारण राजनीतिक समीकरण भी है।
इसबार चुनाव में ऐसा कोई मुद्दा नहीं कि लोग एकदम से किसी भी पार्टी की ओर खिंचे चले आए और उसी कारण राजनीतिक पार्टियों को भी पसीना बहाना पडा है, ज्यादा से ज्यादा महेनत करनी पडी है, लोगों की दिलचस्पी टिकानी पडी है और लोगों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के खेल भी खेलने पडे है।
मतदान और चुनाव में लोगों की दिलचस्पी बढाने के लिए जो केम्पेइन चले है उसका भी प्रभाव लोगों पर पडा है, खासकर युवा वर्ग अपने अधिकार और मतदान के लिए जागृत हुए है। मैं उम्मीद करती हूं कि यह जागृति बरकरार रहेगी।

जय हिंद

1 टिप्पणी:

Udan Tashtari ने कहा…

आप की उम्मीद में स्वर मिला देते हैं...